करियर
रिपोर्ट
२०२५
देवदत्त
2012-01-01 14:51
Bareilly,Bareilly,Uttar Pradesh,India
सूची
सूची | शीर्षक |
---|---|
1 | आपके प्रश्न का उत्तर |
2 | नौकरी या व्यवसाय भविष्यवाणी |
3 | व्यक्तिगत उपाय |
4 | जन्म विवरण |
A. कुंडली विवरण | |
B. लग्न कुंडली | |
C. चंद्र कुंडली | |
D. नवमांश कुंडली | |
E. विमशोत्तरी महा दशा & अंतर दशा समय | |
आपके प्रश्न का उत्तर
प्रिय देवदत्त, आपके प्रश्न के उत्तर में बताना चाहूंगी, कि बहुत जल्द आपकी आर्थिक समस्या कल होने वाली है और वर्ष 2025 आपके लिए बहुत शुभ परिणाम आर्थिक दृष्टि से लेकर आने वाला है। आपकी राशि से ग्यारहवें भाव से राहु और अप्रैल वर्ष 2025 में, बृहस्पति का गोचर दोनों ही आपके आर्थिक लाभ की मात्रा को बढ़ा देना चाहते हैं और ऐसी संभावना है कि आप बहुत हद तक अपने कर्ज को चुकाने में कामयाब हो जाएंगे।
इसके अतिरिक्त, शनि देव का कुंभ राशि में गोचर भी आपके कर्ज को चुकाने में आपकी मदद करेगा जो लगभग ढाई साल तक रहेगा। अतः आपको बहुत ज्यादा चिंतित ना होकर अपने काम पर, अधिक ध्यान देना चाहिए जिससे आप अपने लाभ की मात्रा को बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ।
आपके जन्म पत्रिका में ध्यान देने योग्य विषय यह है कि आपके द्वितीय भाव के स्वामी जोकि धन का भाव है, शनि हैं जो कि अपनी नीच राशि में स्थित होकर आपके धन लाभ के मात्रा को प्रभावित कर रहे हैं। अतः सर्वप्रथम आपको भगवान श्री हनुमानजी की उपासना करनी चाहिए, और जहां तक संभव हो शनिवार के दिन गरीब व्यक्तियों को कुछ खाने की वस्तु अवश्य दें। यह आप 1 महीने में एक बार भी कर सकते हैं और अधिक बार भी कर सकते हैं।
नौकरी भविष्यवाणी
जनवरी - जून'25
वर्ष 2025 आपके कार्य और व्यावसायिक जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष साबित होगा। वर्ष के आरंभ में ही आपको ग्रहों के गोचर का विशेष सहयोग मिलेगा। यदि आप अपने व्यवसाय में कुछ बदलाव करने की योजना बबन रहे हैँ , तो निर्णय लेने का यह सही समय है, यह समय व्यावसायिक सफलता के साथ-साथ वित्तीय लाभ के लिए भी सकारात्मक होगा।यद्यपि दशा आपके पक्ष में नहीं है परंतु गोचर लाभकारी है।
ऐसी भी प्रबल संभावना है कि 17 जनवरी 2025 के बाद आप यह भी पाएंगे कि आपके आस-पास के लोगों का समर्थन बढ़ रहा है, जिससे खुशी मिलेगी। आप अपने वर्तमान प्रयासों के साथ-साथ पिछले समय में किए गए प्रयासों में भी सफलता प्राप्त करने से संतुष्ट महसूस करेंगे।बीच -बीच में कुछ निराश के क्षण भी आएंगे परंतु आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। आपके चंद्रमा से 11 वें गुरु का संचार आपकी आर्थिक स्थिति को भी अप्रैल 2025 के बाद संतुलित करेगा। आपको निर्णय लेने में व्यावहारिक होना चाहिए और भावनात्मक रूप से कम महसूस नहीं करना चाहिए। आपकी जन्म पत्रिका में आपके जीवन के महत्वपूर्ण पक्षों को प्रभावित करने वाले आपके भाग्य के स्वामी सूर्य, जोकि अष्टम भाव में स्थित हैं, जोकि बाधाओं का भाव है, यह स्थिति आपके भाग्य से मिलने वाले सहयोग को प्रभावित करती है और आपको काफी कठिन परिश्रम के बाद ही सफलता मिल पाती है, अतः भाग्य से लाभ पाने के लिए आपको सदैव भगवान श्री सूर्य देव की उपासना गायत्री मंत्र के निरंतर जाप से करनी चाहिए।
जुलाई - दिसंबर'25
वर्ष की यह छमाही में 1 जुलाई 2025 से ही आप आपकी शुक्र महादशा आरंभ होगी जो कि छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर नवम भाव में स्थित हैं । एक ओर यह चुनौतियों को लगातार बढ़ावा देंगे तो दूसरी ओर आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में गोचर के सहयोग से आपके मनोबल को बढ़ाएंगे। आपको इस अवधि में भी बहुत अधिक चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
ऐसी संभावना है कि आपका कोई पूर्व जन्म का पुण्य फल अक्टूबर 2025 के बाद आपको धन लाभ के रूप में भी मिल सकता है। आपको अपने व्यावसायिक जीवन में किसी पर भी बहुत अधिक भरोसा आंख मूंदकर अक्टूबर से दिसंबर 2025 के मध्य नहीं करना चाहिए। इस अवधि में एक क्षण आप बहुत आशा वान होंगे तो दूसरे ही क्षण निराशा के भाव बेवजह मन में ले आएंगे। यह स्थिति आपके कार्य को बाधित कर सकती है, अतः आपको चाहिए कि आप अपने व्यावसायिक स्थल पर पूरी तरह से ध्यान दें और बाकी सब चिंता,छोड़ दें। एक बार पुनः आपको याद दिला दें सूर्य देव की उपासना करना आपको नहीं भूलना चाहिए।
व्यक्तिगत उपाय
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रत्न की ऊर्जा
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है, कि एक रत्न शक्तिहीन होता है, जब तक कि वह सही तरीके से सक्रिय न हो। इससे पहले कि आप इसे पहन सकें, रत्न को शुद्ध करने और सभी अशुद्धियों से मुक्त करने की आवश्यकता होती है।
लेकिन, आपको प्रक्रिया और अनुष्ठानों के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, जैसा कि, हमने गणेशस्पीक्स.कॉम पर आपके लिए विशेष रूप से एक रत्न को शुद्ध करने, सक्रिय करने और आकर्षित बनाने के लिए एक पारंपरिक और प्रामाणिक विधि विकसित की है! यह हमारे गहन शोध तथा वेदों और संबंधित ज्योतिष शास्त्रों की समझ पर आधारित है।
इसलिए, आप जो रत्न मंगवाते हैं, वह पहनने के लिए तैयार होता है!
आपके लिए पूजा:
इसके अलावा, हम आपको हमारी शनि पूजा सेवा का लाभ उठाने की भी सलाह देते हैं, जो आपकी कुंडली में ग्रह शनि की ऊर्जा को संतुलित करने के लिए बहुत आवश्यक है।
परिचय
शनि लंबी अवधि में परिणाम देता है, लेकिन व्यक्ति को जिम्मेदारियां, प्रतिबद्धता, स्थिरता और दीर्घायु से बनाने की क्षमता शनि के पास है। इसके अलावा, यह एक शिक्षक की भूमिका निभाता है जो आपको अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पाठ सिखाता है। आपकी जन्म कुंडली में एक मजबूत शनि आपको सभी प्रयासों में सफलता दे सकता है। यह आपके दुश्मनों से छुटकारा दिलाने, आपको लोकप्रियता प्राप्त करने और बहुत कुछ जीतने की हिम्मत देता है। लेकिन, आपकी जन्म कुंडली में शनि की विपरित स्थिति आपके पिछले कर्मों के आधार पर दु:ख, दरिद्रता, दुर्भाग्य, हानि, दंड की संभावना को बढ़ा सकता है।
यह काम किस प्रकार करता है ?
शनि पूजा पारंपरिक शनि मंत्र का 23000 बार पाठ करने के साथ ही षोडशोपचार चरणों के साथ की जाती है। पूजा में होम (हवन) का अनुष्ठान भी शामिल है, जिसमें 2300 शनि (शनि) मंत्रों का पाठ करते हुए घी, तिल, जौ, और भगवान शनि से संबंधित अन्य पवित्र सामग्री अर्पित की जाएगी। अपनी कुंडली में ग्रहों के बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए यज्ञ एक महत्वपूर्ण उपाय है। अधिकतम सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए पूजा सबसे अच्छे मुहूर्त यानी शनिवार या “शनि नक्षत्र” के दिन की जाएगी। शुभ मुहूर्त के दौरान पूजा को पूरा करने के लिए गणेशास्पीक्स एक आचार्य के नेतृत्व में 6 पुजारियों की एक टीम नियुक्त करेगा जो वैदिक अनुष्ठानों को शास्त्रानुसार पूरा करेंगे।
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लाभ
- शनि साढ़ेसाती या ढैया (पनौती) के प्रभाव को कम करना
- शनि द्वारा निर्मित कष्ट और दुर्भाग्य को कम करना
- अपनी मेहनत के अनुकूल परिणाम प्राप्त करें
- लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याओं पर काबू पाना
- आपकी जन्म कुंडली में शनि के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाता है
- मन की शांति बनाए रखें और नकारात्मक विचारों को दूर करें
- व्यापार में सफलता प्राप्त करें
- जीवन में नाम, प्रसिद्धि, समृद्धि और धन प्राप्त करें
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The GaneshaSpeaks.com Team
Birth Particulars | |
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Gender Male | Latitude 28N22 |
Birth Date 01 Jan 2012 | Longitude 79E25 |
Birth Day Friday | Lagna Sagittarius-16:43:43 |
Birth Time 17:15 hrs | Aynamsh 23:26:36 |
Birth Place Bareilly | Moon Sign Gemini |
Country India | Birth Nakshatra Punarvasu |
Timezone 0530 hrs | Nakshatra Pada 2 |
Avakhada Chakra (Your Birth Panchang) | |
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Description: The table shown here contains various astrological terms which are obtained from your own Moon's position. Hence, this table is very useful in Vedic Astrology as it shows your own personalized information. This helps the native to determine the compatibility with others. | |
Birth Yog Vajra | Birth Vasya Manav |
Birth Karan Vishti | Birth Yoni Manjar |
Birth Varga Manjar | Birth Gana Dev |
Birth Varna Kshudra | Birth Yunja Madhya |
Birth Tatva Vayu | Birth Nadi Adhya |
Ghaat Chakra | |
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Description: As the name suggests, Ghaat literally means negative or inauspicious. This table shows your personalized negative phenomenon of Panchang in which you should take extra care and precaution. Plus, the suggested day, tithi, month, nakshatra etc... should also be avoided to initiate any new or auspicious work. | |
Month Asadha | Tithi Krishnachaturdashi |
Day Monday | Nakshatra Swati |
Yog Paridh | Karan Chatuspad |
Prahar Forth | MaleMoon Aquarius |
FemaleMoon Sagittarius |
Grah | Rashi-Ansh | Nakshatra-Pad | Ra Swa | Na Swa | Awastha |
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Lagna | Sagittarius- 16:43:43 | Purvashadha -2 | Jupiter | Venus | Yuva |
Sun | Cancer- 14:24:18 | Pushya -4 | Moon | Saturn | Yuva |
Moon | Gemini- 25:03:22 | Punarvasu -2 | Mercury | Jupiter | Mruta |
Mars | Cancer- 15:02:29-C | Pushya -4 | Moon | Saturn | Yuva |
Mercury | Leo- 06:57:26 | Magha -3 | Sun | Ketu | Kumar |
Jupiter | Libra- 04:42:20 | Chitra -4 | Venus | Mars | Balya |
Venus | Leo- 27:54:42 | Uttarafalguni -1 | Sun | Sun | Mruta |
Saturn | Aries- 28:06:21 | Krutika -1 | Mars | Sun | Mruta |
Rahu | Aquarius- 10:38:52 | Satbhisha -2 | Saturn | Rahu | Kumar |
Ketu | Leo- 10:38:52 | Magha -4 | Sun | Ketu | Kumar |
Harshal | Virgo- 12:14:22 | Hast -1 | Mercury | Moon | Yuva |
Neptune | Scorpio- 04:42:24 | Anuradha -1 | Mars | Saturn | Mruta |
Pluto | Virgo- 02:02:53 | Uttarafalguni -2 | Mercury | Sun | Mruta |
Moon Chart
Navamsha
Jupiter (16y) Age -6
- Antar
- Begining
- Ending
Jupiter | 12 Jul 1964 | 29 Aug 1966 |
Saturn | 29 Aug 1966 | 10 Mar 1969 |
Mercury | 10 Mar 1969 | 15 Jun 1971 |
Ketu | 15 Jun 1971 | 21 May 1972 |
Venus | 21 May 1972 | 18 Jan 1975 |
Sun | 18 Jan 1975 | 06 Nov 1975 |
Moon | 06 Nov 1975 | 06 Mar 1977 |
Mars | 06 Mar 1977 | 10 Feb 1978 |
Rahu | 10 Feb 1978 | 04 Jul 1980 |
Saturn (19y) Age 9
- Antar
- Begining
- Ending
Saturn | 04 Jul 1980 | 06 Jul 1983 |
Mercury | 06 Jul 1983 | 13 Mar 1986 |
Ketu | 13 Mar 1986 | 21 Apr 1987 |
Venus | 21 Apr 1987 | 19 Jun 1990 |
Sun | 19 Jun 1990 | 01 Jun 1991 |
Moon | 01 Jun 1991 | 30 Dec 1992 |
Mars | 30 Dec 1992 | 07 Feb 1994 |
Rahu | 07 Feb 1994 | 12 Dec 1996 |
Jupiter | 12 Dec 1996 | 24 Jun 1999 |
Mercury (17y) Age 28
- Antar
- Begining
- Ending
Mercury | 24 Jun 1999 | 18 Nov 2001 |
Ketu | 18 Nov 2001 | 15 Nov 2002 |
Venus | 15 Nov 2002 | 13 Sep 2005 |
Sun | 13 Sep 2005 | 20 Jul 2006 |
Moon | 20 Jul 2006 | 19 Dec 2007 |
Mars | 19 Dec 2007 | 15 Dec 2008 |
Rahu | 15 Dec 2008 | 03 Jul 2011 |
Jupiter | 03 Jul 2011 | 07 Oct 2013 |
Saturn | 07 Oct 2013 | 14 Jun 2016 |
Ketu (7y) Age 46
- Antar
- Begining
- Ending
Ketu | 14 Jun 2016 | 10 Nov 2016 |
Venus | 10 Nov 2016 | 10 Jan 2018 |
Sun | 10 Jan 2018 | 18 May 2018 |
Moon | 18 May 2018 | 17 Dec 2018 |
Mars | 17 Dec 2018 | 15 May 2019 |
Rahu | 15 May 2019 | 01 Jun 2020 |
Jupiter | 01 Jun 2020 | 08 May 2021 |
Saturn | 08 May 2021 | 16 Jun 2022 |
Mercury | 16 Jun 2022 | 13 Jun 2024 |
Venus (20y) Age 53
- Antar
- Begining
- Ending
Venus | 13 Jun 2024 | 10 Oct 2026 |
Sun | 10 Oct 2026 | 10 Oct 2027 |
Moon | 10 Oct 2027 | 09 Jun 2029 |
Mars | 09 Jun 2029 | 09 Aug 2030 |
Rahu | 09 Aug 2030 | 07 Aug 2033 |
Jupiter | 07 Aug 2033 | 05 Apr 2036 |
Saturn | 05 Apr 2036 | 04 Jun 2039 |
Mercury | 04 Jun 2039 | 02 Apr 2042 |
Ketu | 02 Apr 2042 | 02 Jun 2043 |
Sun (6y) Age 73
- Antar
- Begining
- Ending
Sun | 02 Jun 2043 | 20 Sep 2043 |
Moon | 20 Sep 2043 | 21 Mar 2044 |
Mars | 21 Mar 2044 | 27 Jul 2044 |
Rahu | 27 Jul 2044 | 20 Jun 2045 |
Jupiter | 20 Jun 2045 | 08 Apr 2046 |
Saturn | 08 Apr 2046 | 21 Mar 2047 |
Mercury | 21 Mar 2047 | 25 Jan 2048 |
Ketu | 25 Jan 2048 | 01 Jun 2048 |
Venus | 01 Jun 2048 | 01 Jun 2049 |
Moon (10y) Age 79
- Antar
- Begining
- Ending
Moon | 01 Jun 2049 | 01 Apr 2050 |
Mars | 01 Apr 2050 | 31 Oct 2050 |
Rahu | 31 Oct 2050 | 30 Apr 2052 |
Jupiter | 30 Apr 2052 | 29 Aug 2053 |
Saturn | 29 Aug 2053 | 30 Mar 2055 |
Mercury | 30 Mar 2055 | 28 Aug 2056 |
Ketu | 28 Aug 2056 | 29 Mar 2057 |
Venus | 29 Mar 2057 | 27 Nov 2058 |
Sun | 27 Nov 2058 | 29 May 2059 |
Mars (7y) Age 89
- Antar
- Begining
- Ending
Mars | 29 May 2059 | 25 Oct 2059 |
Rahu | 25 Oct 2059 | 11 Nov 2060 |
Jupiter | 11 Nov 2060 | 18 Oct 2061 |
Saturn | 18 Oct 2061 | 26 Nov 2062 |
Mercury | 26 Nov 2062 | 23 Nov 2063 |
Ketu | 23 Nov 2063 | 20 Apr 2064 |
Venus | 20 Apr 2064 | 20 Jun 2065 |
Sun | 20 Jun 2065 | 26 Oct 2065 |
Moon | 26 Oct 2065 | 27 May 2066 |
Rahu (18y) Age 96
- Antar
- Begining
- Ending
Rahu | 27 May 2066 | 04 Feb 2069 |
Jupiter | 04 Feb 2069 | 29 Jun 2071 |
Saturn | 29 Jun 2071 | 03 May 2074 |
Mercury | 03 May 2074 | 18 Nov 2076 |
Ketu | 18 Nov 2076 | 06 Dec 2077 |
Venus | 06 Dec 2077 | 04 Dec 2080 |
Sun | 04 Dec 2080 | 28 Oct 2081 |
Moon | 28 Oct 2081 | 28 Apr 2083 |
Mars | 28 Apr 2083 | 15 May 2084 |